चीनी - मीठा जहर

चीनी - मीठा जहर


जब भी हम किसी नए काम की शुरुआत करते हैं, किसी का रिजल्ट आता है, किसी की शादी हो या त्यौहार हो, बिना मीठा 🎂🍰 खाए उत्सव अधूरा माना जाता है। मीठे के बिना दिन पूरा करना मुश्किल होता है। घर में कुछ भी मीठा बन रहा हो, बिना चीनी के तो संभव ही नहीं है, मतलब चीनी ही तो है जो हर मिठाई  😋 की जान है।

चीनी हमारे खाने - पीने में इस तरह घुल - मिल गई है कि अब चीनी के बिना खाना खाने का मजा नहीं आता। जब चीनी हमारे किचन की इतनी महत्वपूर्ण सदस्य बन गई है तो आइए इसके बारे में थोड़ा जान ले - 💁💁


चीनी एक तरह की कार्बोहाइड्रेट है, इसमें सभी प्रकार के मीठे कार्बोहाइड्रेट शामिल हैं। अगर विशेष रूप से चीनी की बात की जाए तो सफेद चीनी नियमित रूप से खाने या ज्यादा मात्रा में खाने से हमारे शरीर को कई परेशानियाँ हो सकती है। स्पष्ट रूप से कहा जाए तो, चीनी हमारे शरीर के लिए धीमे जहर 💀 का काम करती है। आइये हम चीनी से होने वाले नुकसान के बारे में थोड़ा जाने -

  • वजन बढ़ना/मोटापा  - मोटापा आज एक सामान्य समस्या बन गया है। खास तोर पर युवा पीढ़ी के लिए मोटापा अच्छे स्वास्थ्य का संकेत नहीं 😱 है। शरीर को एक निश्चित मात्रा में चीनी की आवश्यकता होती है, लेकिन अधिक चीनी लेने पर हमें पता भी नहीं चलता और हम धीरे - धीरे  मोटापे का शिकार हो जाते हैं। शुगर में हाई कैलोरी होती है, शरीर अपनी आवश्यकता के अनुरूप कैलोरी का उपयोग करता है और बची हुई कैलोरी धीरे-धीरे फैट का जमाव होके मोटापे का कारण बनती है।
  • मुँहासों की संभावना - हर व्यक्ति एक साफ और चमकीला चेहरा चाहता है, लेकिन हमारे दैनिक भोजन में संतुलन न होने के कारण कई बार मुँहासों की समस्या 🙅 हो जाती है। अतिरिक्त चीनी भी इसका एक मुख्य कारण है। शुगर वाले भोजन से ब्लड शुगर और इंसुलिन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे शरीर में तेल ज्यादा बनता है और सूजन का खतरा बढ़ जाता है। इन्ही कारणों से चेहरे की त्वचा पर मुहांसे निकलते हैं।
  • डायबिटीज - आज हर घर में डायबिटीज का एक मरीज़ 💉 मिलना आम बात हो गई है। जब शरीर में इंसुलिन हार्मोन की उचित मात्रा नहीं बन पाती या शरीर इंसुलिन हार्मोन उपयोग नहीं कर पाता, तब ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटीज का खतरा बढ़ाने में अतिरिक्त चीनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
  • हृदय संबंधी रोग - भोजन में अतिरिक्त चीनी की मात्रा ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती है और रक्तप्रवाह में अतिरिक्त वसा पैदा कर सकती है। इन दोनों कारणों से हृदय से सम्बन्धित कई बिमारिया  💔 हो सकती है।
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर - चीनी हमारे शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल ✔ स्तर को कम करके बेड कोलेस्ट्रॉल ✖ स्तर को बढ़ा सकती है।
  • कैविटी - हमारे मुंह में कई प्रकार के बैक्टीरिया रहते हैं जो शुगर की मात्रा में अधिक वृद्धि करते हैं। तो ज्यादा शुगर खाने वालो के दांतो में कैविटी का रिस्क ज्यादा होता है क्योंकि शुगर कैविटी का मुख्य कारण है।
  • तनाव/चिड़चिड़ापन - मीठे व्यंजन खाने से हमारे शरीर में डोपामिन नामक केमिकल रिलीज़ होता है, जिससे ख़ुशी महसुस होती है और हमारा मूड अच्छा रहता है। जेसे ही डोपामिन का लेवल कम होता है, हमारा ब्रेन वापस इसके लिए सिग्नल देता है और मीठा ना मिलने पर तनाव और चिड़चिड़ापन होने लगता है।
  • त्वचा की गुणवत्ता ख़राब करना - अतिरिक्त चीनी लेने से हमारे शरीर में एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंडप्रोडक्ट नामक कंपाउंड बनता है, जो शरीर में चीनी और प्रोटीन के बीच रिएक्शन के परिणामस्वरूप बनता है। यह कंपाउंड स्किन में उपस्थित कोलेजेन और इलास्टिन को नस्ट कर देता है, जिससे त्वचा की गुणवत्ता खराब होती है और त्वचा उम्र से अधिक बूढ़ी दिखने लगती है।



क्या करे ????❓

जैसा कि हमने अभी पढा शुगर हमारे लिए कई प्रकार से हानिकारक है, लेकिन मीठे के बिना रहना भी मुश्किल है तो सके लिए न बातों का ध्यान रखें 👀 -

 👉 WHO के अनुसार हम अधिकतम 5 - 10 चम्ममच चीनी एक दिन में खा सकते हैं। तो कोशिश करें कि हमारे भोजन में इससे ज्यादा चीनी शामिल न हो।

 👉महिलाओ 👩 के लिए 24 ग्राम/दिन और पुरुषों 👨 के लिए 36 ग्राम/दिन से अधिक शुगर हानिकारक हो सकती है।

 👉 जब भी कुछ मीठा बनाये चीनी की जगह गुड़ या शहद का उपयोग करे।

 👉 मीठे उत्पाद ख़रीदते समय फ़ूड लेबल्स को चेक करके चीनी की कम मात्रा वाले उत्पाद ले।

 👉 शीतल पेय, सोडा 🍻 पिने से बचे।

 👉 ज्यादा चॉकलेट 🍫 ना खाए।

 👉 ताजे फल 🍒 खाये।

 👉 चीनी की जगह गुड़ को प्रथमिकता दे क्योंकि गुड़ मिठास के साथ बहुत सारे पोषक तत्व 💪 भी देता है।