स्टरलाइजेशन की केमिकल मेथड्स
माइक्रोऑर्गेनिज्म की ग्रोथ को रोकने के लिए या उन्हें पूर्ण रूप से हटाने के लिए विभिन्न प्रकार के केमिकल्स का उपयोग स्टरलाइजेशन प्रक्रिया के दौरान किया जाता है।
कुछ मुख्य केमिकल निम्नलिखित है -
माइक्रोऑर्गेनिज्म की ग्रोथ को रोकने के लिए या उन्हें पूर्ण रूप से हटाने के लिए विभिन्न प्रकार के केमिकल्स का उपयोग स्टरलाइजेशन प्रक्रिया के दौरान किया जाता है।
कुछ मुख्य केमिकल निम्नलिखित है -
माइक्रोऑर्गेनिज्म की ग्रोथ तथा रिप्रोडक्शन के लिए साधारण एनवायरमेंट या खाद्य पदार्थ काम नहीं आते है। बैक्टीरिया की ग्रोथ के लिए विशेष प्रकार के मीडियम को तैयार किया जाता है जिसे आम तौर पर कल्चर मीडिया कहा जाता है (यह सॉलिड, लिक्विड या सेमीसोलिड हो सकता है)। कल्चर मीडिया में माइक्रोऑर्गेनिज्म या अन्य कोशिकाओं की वृद्धि के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व उपलब्ध होते है तथा इनमें पोषक तत्वों की सांद्रता उतनी ही होती है जितना वृद्धि के लिए आवश्यक होता हैं। ऐसा नहीं है कि सभी माइक्रोऑर्गेनिज्म एक ही प्रकार के कल्चर मीडिया में विकसित हो सकते हैं, विभिन्न स्पीशीज के माइक्रोऑर्गेनिज्म को अपनी वृद्धि के लिए अलग-अलग पोषक तत्वों तथा तापमान की आवश्यकता होती है। माइक्रोऑर्गेनिज्म की विशेष आवश्यकता के अनुसार भिन्न - भिन्न कल्चर मीडिया तैयार किये जाते हैं।
सभी जीवो के समान बैक्टीरिया को अपनी वृद्धि और समान्य कार्य करने के लिए पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है। किसी भी जीव के पोषक तत्व की आवश्यकता उसके जैव रासायनिक संघटन पर निर्भर करती है। बैक्टीरिया को बढ़ने के लिए एक न्यूट्रिएंट मीडिया की आवश्यकता होती है, जिसमे वृद्धि के लिए जरूरी सभी चीजें शामिल होती हैं। बैक्टीरिया को कल्चर करने के लिए कई प्रकार के कल्चर मीडिया विकसित किए गए हैं, क्योंकि इनकी पोषक तत्वो की अवश्यकता आम तौर पर बदलती रहती है। बैक्टीरिया को पोषण के आधार पर कई प्रकार से विभाजित किया गया है।